Wednesday, 22 January 2014

न्यायाधीश के लिये न्यायालय की  विश्वसनीयता  से भी महत्वपूर्ण है न्याय व्यवस्था की विश्वसनीयता ,न्यायधीश की अपनी  विश्वसनीयता ,न्याय के प्रति सर्वसाधारण  की धारणा और उसकी विधि के अनुसार सर्वोत्तम पूर्ति ,सुलभ आपूर्ति , समझ में आने योग्य न्याय एवं उसकी व्याख्या। व्यवस्था  के प्रति अनास्था हो गई तो न न्यायालय होंगे न न्यायाधीश , न विधि रहेगी  न विधान न व्यवस्था  न संविधान।  

No comments:

Post a Comment