मैं खुलता जा रहा हूँ
तुम बंधते जा रहे हो।
मेरी सारी प्रशस्ति बेकार
सहारों के सहारे तुम बढ़े जा रहे हो।
जन्मजात सहारे , कूट क्रिया युम्हारी
तुम्हारे सहारे मुझे लुटे जा रहे हैं।
तुम बंधते जा रहे हो।
मेरी सारी प्रशस्ति बेकार
सहारों के सहारे तुम बढ़े जा रहे हो।
जन्मजात सहारे , कूट क्रिया युम्हारी
तुम्हारे सहारे मुझे लुटे जा रहे हैं।
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