अपराध न्याय व्यवस्था अधिकतर गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को ही दोषी ठहराती है। इसलिए इसमें कई मोर्चों पर तत्काल सुधार की जरूरत है। भारत के मुख्य न्यायाधीश एचएल दत्तू ने बुधवार को उन कानूनों को खत्म करने की मांग की जो भीख मांगने और यौनकर्म को अपराध ठहराते हैं।
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