संविधान की मूल प्रति जिस पर संविधान सभा के सदस्यों के भी हस्ताक्षर है और जो हस्तलिखित है पर कतिपय चित्र उकेर कर उससे जुड़े आख्यान को सम्मान तथा विशिष्टता दी ही गयी है - वेदों के रचयिता क्या बिलायत के रत्न थे , या अफ्रीका के रत्न थे। उन्हें सम्मानित करने में असहजता क्यों।
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