मुझे कुन्ती बनने से बचाओ , मैं नहीं चाहती बिन ब्याही माँ बनना ,
कोई कौमार्य हर ले ,मुझे भोगे , मैं कत्तई इसके लिये तैयार नहीं।
मुझे सीता बनने से बचाओ , पहले जनक पर हुई भार , कष्ट हुआ
वन गई , रावण ने हरी ,राम ने त्यागा , पवित्रता पूछी , कष्ट हुआ।
कोई कौमार्य हर ले ,मुझे भोगे , मैं कत्तई इसके लिये तैयार नहीं।
मुझे सीता बनने से बचाओ , पहले जनक पर हुई भार , कष्ट हुआ
वन गई , रावण ने हरी ,राम ने त्यागा , पवित्रता पूछी , कष्ट हुआ।
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