Judicial discussion by R . K . Rateria
Thursday, 15 June 2017
मुझे अच्छा लगता है - आज भी मुझे तीता सा , कसैला सा स्वाद, बैचैन करने वाला "वह" क्षण और चेहरे पे कई चेहरे लादे वह चेहरा ज्यों का त्यों याद है - मैं कई बार शब्द चित्र बना उनमें अजब-गजब रँग भर ही डालता हूँ।
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