Thursday, 22 June 2017

वाह रे प्रजातन्त्र ,
एक सदस्य वाले दल का सदस्य केंद्रीय मंत्री और सबसे बड़े दल का नेता विपक्ष का नेता
एक निर्दलीय मुख्य मंत्री और  सरे रजनैतिक दल हासिये पर।
देश की सबसे बड़ी अनुसंधान संस्था और न्यायालय ने खुले आम जिनपे अंगुली उठा ही डाली  वे दे आशीर्वाद राष्ट्रपति बनने का।
विचारणोपरान्त निम्न न्यायालय  से सिद्धदोष खोजे राष्ट्रपति।
यदि जन प्रतिनिधियों का यह इतिहास -भूगोल, पैथोलोजिकल एक्जामिनेशन रिपोर्ट , है तो सही ही है कि साफ सुथरे निर्दोष बुद्धिमान  लोग इनके किये कराये , लिए -दिए , सोचे पर निगरानी तो रखें।
साथ ही अपने पर भी !

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