सत्यमेव जयते , भारत के राष्ट्रिय चिन्ह में से आजादी और टुकड़े के लिये हटाया जा चूका है -न आजादी के पैरोकारों द्वारा।
आज कल केवल सैनिकों की ,पुलिस वालों की हत्या कर, या बंगालवीर या केरल वीर या आजादी केम्पस में पढ़ रहे टुकड़े चालीस की उम्र के विद्यार्थी मानवाधिकार-रत्न पुरस्कार लेने वाले ही घर में रह सकते है।
आज कल केवल सैनिकों की ,पुलिस वालों की हत्या कर, या बंगालवीर या केरल वीर या आजादी केम्पस में पढ़ रहे टुकड़े चालीस की उम्र के विद्यार्थी मानवाधिकार-रत्न पुरस्कार लेने वाले ही घर में रह सकते है।
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