एक बार अनुशासन लाने का प्रयास हुआ था ,
अनुशासन आया की नहीं , पर सब ने मिल बदल ही डाला।
फिर वही प्रयास किया जा रहा है
फिर वही हुआ चाहता है।
हम अनुसार शासन के नहीं
शासन हमारे अनुसार चाहिए।
हमें अनुशासन मत सिखाओ !
शासन को अनुसरण सिखाओ !
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