Sunday, 12 April 2015

मैं बिका नहीं , झुका नहीं , गन्दा नहीं हो सका , गंदगी में साथ नहीं दे सका , साफ रहने के प्रति मेरा अतिरिक्त आग्रह आपको पसंद नहीं , मुझे आपके द्विअर्थी मूल्य पद्धति का समुचित ज्ञान नहीं है , मैं भेद भरे आपके आचरण में आपका साथ  नहीं दे सकता ,बस इतना ही न .
मैने सम्पूर्ण सत्य का आग्रह स्वीकार किया बस इतना ही न.
मैं संतुष्ट हूँ .
मैंने उकसावे के बाद भी पाप का साथ नहींदिया . मैनें डराने-धमकाने ,भय दिखने आदि आदि के बाद भी अनुचित  अनैतिक स्वीकार न तो किया , न उसका भागीदार बना . .,सिर न झुकाया ,आत्मा नहीं बेचीं - न मरने दी .

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