Friday, 10 April 2015

आज और अभी वह मेरी अन्यतम एकमेव शुभचिंतक मेरे लिये प्रार्थना करते हुए एक मंजिल की और जा रही है .प्रभु सब कुछ भली -भली करना .
परम पिता  आपको _{}_

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