Judicial discussion by R . K . Rateria
Friday, 12 September 2014
स्पर्श अतुल्य दान है , अत्याज्य अधिकार है , अन्यतम क्रिया है ,सबसे ब्यापक इन्द्रीय ज्ञान है . अनंत सुख है ,सर्वोत्तम सुरक्षा है ,स्पष्ट संवाद है ,सर्वजनिनं है ,सर्वकालिक है ,सर्वश्रेष्ठ अभिब्यक्ति है .
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment