Tuesday, 30 September 2014

सफाई पसंद तो सब को आती है ,सफाई देख कर खुश भी होते हैं - पर सफाई अपने हाथों से करने को अधिकांश लोग तैयार नहीं , सार्वजनिक स्थान की सफाई तो कोई भी करने का उत्साह नहीं रखता - असली सफाई तो सार्वजनिक स्थानों की हमको आपको करनी होगी - निजी सफाई में इतना ही करें तो पर्याप्त होगा की अपनी व्यक्तिगत गंदगी - कूड़ा सार्वजनिक स्थानों पर न निष्पादित किया जाये -उन्हें निर्धारित स्थान पर निर्धरित विधि से ही निष्पादित किया जाये .
सफाई पुलिस का विचार आता है .सफाई कर्मियों को ही गंदगी करने वालों को तत्काल फाइन करने का अधिकार दिया जा सकता है .इससे जहाँ एक और सफाई कर्मी को प्रतिष्ठा इज्जत अधिकार मिलेगा वहीं सफाई कर्मी भी सफाई करने को प्रेरित होंगे तथा हम आप गन्दगी नहीं करेंगे ऐसे विचार के साथ चलने को विवश

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