मैंने जीवन में बहुत सारी गलतियां की है। भयंकर भूलें भी हुई हैं मुझसे।
लेकिन मेरा मानना है कि अगर आपमें भयानक भूलें करने का माद्दा नहीं है तो आप अपने समूचे जीवन में कुछ नहीं कर सकते। लेकिन मेरी भूलें हिमालय जैसी नहीं थीं - उससे बहुत छोटी थी।
सँभालने और संभलने लायक थी ,आज भी आप सब के सामने बता सकने लायक है .
पर गलतियाँ तो गलतियाँ है , हो गई , की गयी , कर ली गई पर थी गलती , उससे बचा जाना चाहिए था , नहीं वैसी गलती होती तो अच्छा होता
-पर उन्हीं गलतियों ने बहुत कुछ सिखाया , बहुत से भेद खोल दिये ,बहुत से लोगों के अन्दर के चल -चरित्र को दिखा -समझा डाला ,
बहुत सी गलतियों का जो हौआ बना था वह टूट गया - पर थी वे गलतियाँ
-कुछ जाने में हुई , कुछ हो गई , कुछ अनजाने में हो गई , कुछ एक से अधिक बार जाने अनजाने हुई . बहुत सी गलतियों का बहुत बाद में पता चला की वह गलती थी
पर वे सारी गलतियाँ एक अच्छा टीचर साबित हुई .
कुछ गलतियों ने सजा भी दी . कई बार गलती की भरपाई करने को विवश होना पड़ा .
दारुण परिश्रम करना . बड़ा शर्मिंदा होना पड़ा.उस शर्मिंदगी से उबरने के लिए अतिरिक्त पुरुषार्थ करना पड़ा ,अपने आप को बदलना पड़ा .
कुछ गलतियों की सजा भी मिली .सजा ने मुझे सजा दिया , सजने में मदद की ,मांज दिया , तपा कर साफ भी किया , गलत क्या ,क्यों ,और कैसे होता है बताया .भोगी हुई गलती सब से बड़ी शिक्षा है . गलतियों ने प्रायश्चित का मार्ग प्रशस्त किया .
वैसे गलतियों से कभी कभी अपूरणीय क्षति हो जाती है जिसके बाद रह जाता है केवल पछतावा . कभी कभी तो आप पछतावे के लिए जिन्दा ही नहीं बचते .कई बार आपकी एक गलती को पुरे समाज ,को भोगना पड़ता है . ऐसी गलतियाँ पुरे समाज को समस्या में डाल देती है . कभी कभी एक गलती स्थायी समस्या को जन्म दे जाती है.
लेकिन मेरा मानना है कि अगर आपमें भयानक भूलें करने का माद्दा नहीं है तो आप अपने समूचे जीवन में कुछ नहीं कर सकते। लेकिन मेरी भूलें हिमालय जैसी नहीं थीं - उससे बहुत छोटी थी।
सँभालने और संभलने लायक थी ,आज भी आप सब के सामने बता सकने लायक है .
पर गलतियाँ तो गलतियाँ है , हो गई , की गयी , कर ली गई पर थी गलती , उससे बचा जाना चाहिए था , नहीं वैसी गलती होती तो अच्छा होता
-पर उन्हीं गलतियों ने बहुत कुछ सिखाया , बहुत से भेद खोल दिये ,बहुत से लोगों के अन्दर के चल -चरित्र को दिखा -समझा डाला ,
बहुत सी गलतियों का जो हौआ बना था वह टूट गया - पर थी वे गलतियाँ
-कुछ जाने में हुई , कुछ हो गई , कुछ अनजाने में हो गई , कुछ एक से अधिक बार जाने अनजाने हुई . बहुत सी गलतियों का बहुत बाद में पता चला की वह गलती थी
पर वे सारी गलतियाँ एक अच्छा टीचर साबित हुई .
कुछ गलतियों ने सजा भी दी . कई बार गलती की भरपाई करने को विवश होना पड़ा .
दारुण परिश्रम करना . बड़ा शर्मिंदा होना पड़ा.उस शर्मिंदगी से उबरने के लिए अतिरिक्त पुरुषार्थ करना पड़ा ,अपने आप को बदलना पड़ा .
कुछ गलतियों की सजा भी मिली .सजा ने मुझे सजा दिया , सजने में मदद की ,मांज दिया , तपा कर साफ भी किया , गलत क्या ,क्यों ,और कैसे होता है बताया .भोगी हुई गलती सब से बड़ी शिक्षा है . गलतियों ने प्रायश्चित का मार्ग प्रशस्त किया .
वैसे गलतियों से कभी कभी अपूरणीय क्षति हो जाती है जिसके बाद रह जाता है केवल पछतावा . कभी कभी तो आप पछतावे के लिए जिन्दा ही नहीं बचते .कई बार आपकी एक गलती को पुरे समाज ,को भोगना पड़ता है . ऐसी गलतियाँ पुरे समाज को समस्या में डाल देती है . कभी कभी एक गलती स्थायी समस्या को जन्म दे जाती है.
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