Saturday, 20 September 2014

शिक्षक , चिकित्सक , राजा ,सैनिक और न्यायाधीश  को शीलवान धीर पर निष्ठुर होना ही चाहिए  , उनके धर्म शायद उनसे कठोर स्पष्टवादी एकरूप आचरण की मांग करते हैं जो शायद उचित ही है .
अनावश्क विनम्रता इन्हें नहीं शोभती .

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