क्या सच इतनी पीड़ा देता ही है
क्या सच इतनी ही पीड़ा देता है
क्या सच ही इतनी पीड़ा देता है
क्या सच इतनी पीड़ा ही देता है
क्या सच इतनी ही पीड़ा देता है
क्या सच ही इतनी पीड़ा देता है
क्या सच इतनी पीड़ा ही देता है
जहर का प्याला
सलीब या शूली
नाम बाप का बताना
या अपनी जात बताना
सलीब या शूली
नाम बाप का बताना
या अपनी जात बताना
चीर हरण करना
या कि करवाना
घर छोड़ देना
या घर छुडवा देना
या कि करवाना
घर छोड़ देना
या घर छुडवा देना
जंगल चले जाना
या जंगल भेज दाना
इसके हाथ मरना
या उसके हाथ मरना
या जंगल भेज दाना
इसके हाथ मरना
या उसके हाथ मरना
सच की खोज में मरना
खोज लिया सच तब मरना
सच खोजते हो , मरो
सच क्यों खोजा , मरो .
खोज लिया सच तब मरना
सच खोजते हो , मरो
सच क्यों खोजा , मरो .
सच बोलते हो , मरो
सच क्यों बोला , मरो
सच देखते हो , मरो
सच क्यों देखते हो ,मरो
सच क्यों बोला , मरो
सच देखते हो , मरो
सच क्यों देखते हो ,मरो
यही सच है ,तब मरो
यह सच क्यों है तब मरो
यह सच क्यों है तब मरो
सच कहने सुनने पर
लिखने , दिखाने पर
इतना पहरा क्यों
इतना सन्नाटा क्यों
लिखने , दिखाने पर
इतना पहरा क्यों
इतना सन्नाटा क्यों
सच, पीड़ा और मौत
क्या पचा नहीं पाते हम
क्यों
क्यों
क्या पचा नहीं पाते हम
क्यों
क्यों
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