Monday, 29 September 2014

बस इतना ही न ,
सही कहा तुमने
हम खानदानी बड़े नहीं हैं .
हम अपने बीज 
हमारी जड़ें भी हम
तना ,शाख ,पत्ते भी हम ही है
न कोई माली
तुमने खाद नहीं डाली
अब फल चखने क्यों आये हो .
पर जानता हूँ
किसी दिन काट ही लोगे
इमारती लकड़ी बना लोगे अपने लिए .
बस इतना ही न ,
सही कहा तुमने
हम खानदानी बड़े नहीं हैं 

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