Saturday, 1 July 2017

पिछले नब्बे साल से भ्र्ष्टाचार को ही हमने शिष्टाचार , दो - तीन को ब्यवहार और अपराधियों को ही अपने नेता बना लिया था।  बनने ही नहीं दिया बना ही डाला।
क्या मजाल कोई भ्र्ष्टाचार , अपराध , टैक्स चोर , राष्ट्रविरोधियों के बारे में बोले - मुंह खोले।  

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