यही श्रेष्ठता का दावा तो आप हजारों सालों से करते आये हो और मुझे पापी , अधम , नीच बताते आये हो। अब मैं जान गया हूँ की मैं पापी नहीं था ,अधम नहीं था , आपने मेरा बौद्धिक , शारीरिक ,आत्मिक वंशानुगत शोषण किया , मुझे बरगलाया , मेरी सदाशयता का निर्मम अनुचित लाभ उठाया। आपने बलशाली धनशाली और कुटिल बुद्धिशाली ५-७ लोगों का जघन्य जोट्टा बनाया और मेरी , मेरे परिवार की , मेरे बाल बच्चों की , मेरी महिला सदस्यों की गरिमा से खेलते रहे।
अब यह रुकेगा ही।
अब यह रुकेगा ही।
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