Tuesday, 4 July 2017

उसकी शक्ति आपकी घृणा और विरोध ही है।
काले के प्रति आपका प्रेम और अभी भी उसीके प्रति " पुनर्जन्म लो , बढ़ो , रक्तबीज बनो " ,आपका यह आशीर्वाद भी रियेक्सन कर उसे शक्ति देता है।
 आपका विश्वास है " काला ही बना रहेगा " - उसका प्रयास है " काला को जाना ही होगा "।
टुकड़े , आजादी और काला , इन्हीं के प्रति अपने प्रेम के कारण आप उससे घृणा करते हो।
अपनों के प्रति विद्वेष के कारण आप केवल खुद से प्रेम करते हो।
केवल खुद से प्रेम के चक्कर में और सब से घृणा करते हो , खुद के आलावा सब का विरोध करते हो !
बस आपके इसी विरोध हुए घृणा से वह मजबूत हुआ जाता है।
" काला "  के आपके आग्रह -प्रेम के कारण ही प्रकाश चाहने वाले उससे प्रेम करते हैं। 

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