न मैं हारूँगा , न ही हारने दूंगा।
झुका हुआ शीश , चाहे मेरा या तुम्हारा - मुझे अच्छा नहीं लगता।
मैं बस इतना चाहता हूँ - मैं लड़ता रहूँ ....... . और लड़ता ही रहूँ ....... .
झुका हुआ शीश , चाहे मेरा या तुम्हारा - मुझे अच्छा नहीं लगता।
मैं बस इतना चाहता हूँ - मैं लड़ता रहूँ ....... . और लड़ता ही रहूँ ....... .
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