Judicial discussion by R . K . Rateria
Monday, 31 July 2017
संघ एक सामान्य शब्द के रूप में भी स्वीकारें। भारत में एक आप ही का संघ नहीं है। ये तो कांग्रेसी मानसिकता थी की संघ शब्द को रूढ़ि अर्थ दे डाला और आप जैसे लोग उसी में बह गए। अनेक राष्ट्रद्रोहियों के अपने अपने अलग संघ है इसी देश में।
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