ऐ मेरे बचपन , तुमने कब कहा था , कि मैं जाऊँगा ही
चले गये कोई बात नहीं कह कर जाते तो अच्छा होता .
चले गये कोई बात नहीं कह कर जाते तो अच्छा होता .
धीरे धीरे चला गया बचपन , बिना बताये कहीं खो गया
यादों की खिड़की से अब भी झाँका बचपन जो था खो गया
यादों की खिड़की से अब भी झाँका बचपन जो था खो गया
No comments:
Post a Comment