Thursday, 26 March 2015

क्या सचमुच मेरी याद आती ही नहीं ,
ऐसा मैंने कौन सा आपका अपकार किया ,
मैंने आपसे क्या माँगा ही है या था
मैनें आपका या आपसे क्या लिया ही
आपने मेरे प्रति  सद्भावना क्यों खो दी
मैनें कौन  सा ऐसा काम किया जिससे मैंने परिवार के यश की हानि की
मैनें कौन  सा ऐसा काम किया जिससे मैंने आपके , या माता पिता के या बाल बच्चों के  यश की हानि की
मैंने कौन सी गलती की ही थी
खैर मेरा आप सभी को प्रणाम , बार बार -क्षमा प्रार्थनामैं अपने सम्पूर्ण अस्तित्व के साथ आपसभी के लिये प्रार्थना करता ही रहूँगा .
सभी बच्चों को प्यार



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