Monday, 16 March 2015

यदि आप इतना सॉफ्ट स्पोकेन नहीं हूँ ,तीता बोलते हैं ,खरा बोलते हैं , उजड्ड दिखते हैं ,आक्रामक मुद्रा में रहते हैं ,बहुत कड़े खोल में रहते हैं ---- तो यह सब आप जानबूझ कर रणनीतिक रूप से करते है नहीं तो वे सब आपको खा-चबा जायेंगें ,आप अन्दर से नर्म हैं , टेस्टी हैं ,भावुक हैं ,विद्रोही हैं पर आपकी प्राथमिकता अपने को दुश्मनों से बचाए रखने की है - आप जानते हूँ कि आपके स्वाभाविक मित्र न के बराबर हैं, आपको पता है की आपके जैसे नीरीह के स्वाभाविक दुश्मन सभी जगह सभी स्तर पर होंगे ,-- कुछ लोग आपको युज एंड थ्रो,या यूज एंड किल के लिये प्रयासरत रहेंगे .आपकी क्षमता के कारण बहुतों के लिये सदैव एक चैलेंज रहेंगें . आप अपने संयम के कारण किसी के डिक्टेट में नहीं रह पाएँगें . .बस यही सब है जिसके कारण आपके शिकारी आपके चारों और मंडराता रहते है . उनहोंने आपको टारगेट कर लिया है . झपट्टा मारने के लिये न जाने कब से परेशान है . पर आप हूँ की उनके हाथ आते ही नहीं ,
हाँ उन्होंने कहीं आपको आतंकित तो किया ही है .
सार्थक बने रहिये ,स्वरूप बने रहिये . लड़ते भिड़ते रहिये . सर कोबह्र निकाल फेंकिये .
जो आपके प्रति इर्ष्या ,प्रतियोगिता रख अन्याय पर तुले हैं वे आपसे कितने भी बलशाली क्यों न हो ,आपसे बहुत अधिक डरे हुए है .और उनके डर का कारण आपका अभी तक उगते रहना है . आपका होना ही उनके डर का प्रमाण है .

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