Thursday, 5 March 2015



जहाँ तक मेरा अपना सवाल है मैं तो बहुत अनजान था , अकिंचन -डरा हुआ ही था आज से पैतीस सैंतीस साल पहले - हाँ इतना पर्सनाल्टी वाला नहीं था , इतना आश्वस्त नहीं था - फकत एक इंट था -आज किसी की नींव का पत्थर - आप इमारत बनो हम गायेंगे आपकी शान में गीत --- यह तो मेरा है-- मेरा है

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