Friday, 19 December 2014

प्रत्येक ब्यवस्था ,वृत्ति ,व्यवसाय , सेवा , करियर के अपने प्रोफेसनल हेजर्ड हैं ,सभी को दीखते भी हैं ही , उन्हीं के बीच अपने करियर को ,भविष्य तो लेकर चलना है ,अपनी और से सावधान रहना है -बस इतना ही . 
वैसे असल में बहुत से असावधान -उछलते कूदते साथी आगे बढ़ जाते हैं या बढ़ा दिये जाते है , कुछ नितांत सावधान ,योग्य किन्हीं कारणों से या अकारण भी या इर्ष्या-द्वेष के कारण भी ठोकर खाते हैं या उन्हें पैर खींच कर पीछे खड़ा कर दिया जाता है .
इन्हीं खतरों के बीच आगे बढ़ने को तैयार रहिये . यही जीवन है .
जीवन या करियर कोई मैथ के प्रश्न नहीं है ,यदि हैं भी तो इन प्रश्नों को हल करने का एक ही रास्ता हो जरूरी नहीं .
फिर अभी तो आठ सौ मीटर रेस का पहला राउंड ही हुआ है - अभी से आप लोग कोई निष्कर्ष नहीं निकाल सकते .
बस यही कहा जा सकता है की जीवन यात्रा के ये स्वाभाविक हेजर्ड्स हैं , इनसे घबराएँ नहीं . कुछ तो निकट भविष्य में साथ होंगे .

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