Friday, 26 December 2014

बिना विचारे विनम्रता और बिना समझे विद्रोह से बचने का अच्छा साधन है -- समय समय पर अपने आप को धोते-खंगालते रहिये . अपने इंटरनल सेट-अप के रिफ्रेश  और डीलीट की का यत्नपूर्वक जानते हुए प्रयोग करें .

याद है की पिछली बार जान बूझ कर अपने यत्नपूर्वक क्या और क्यों डीलीट किया अपने अन्दर से ?

आप विनम्र क्यों है ? क्या आप विनम्र के सिवा और कुछ हो ही नहीं सकते ? विनम्रता क्या आपके लिए एकमात्र विकल्प  है ?

अकारण विनम्रता और विदोह नहीं शोभा देता .

सप्रसंग विनम्र बनें , सन्दर्भ सहित विनम्रता और विदोह का ही अर्थ है अन्यथा सब कुछ ब्यर्थ ,अनर्थ या अयोग्यता .

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