यदि एक बार फिर से शून्य हो जाने को तैयार हो
इतिहास से अपने आप को अलग कर सकते हो
एक बार फिर से हिम्मत बांध खड़े हो सकते हो
तब
शून्य से शिखर तक की नई यात्रा कर सकते हो
हर बार शिखर तक पहुँचने वाले की यही कहानी
इतिहास से अपने आप को अलग कर सकते हो
एक बार फिर से हिम्मत बांध खड़े हो सकते हो
तब
शून्य से शिखर तक की नई यात्रा कर सकते हो
हर बार शिखर तक पहुँचने वाले की यही कहानी
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