उनहोंने बताया है कि वे खुश हैं ,उन्हें राज महल से यह कह कर वापस कर दिया गया कि न मैं आपकी सुनूंगा न आपके प्रतियोगी , विरोधी की -जो कुछ कहना सुनना होगा सार्वजनिक रूप से कहूँगा , सुनूंगा -मेरे रास्ते भी बंद -तो दुश्मनों के भी बंद -अब खुल्लम खुल्ला सुनवाई होगी ,
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