Thursday, 7 August 2014

हंसता हुआ यह बचपन देखो ,
चमकता हुआ ये पचपन देखो .

पलकों का तब झपकना देखो
इन्ही पलको का अब झुकना देखो .

शोख गुलाबी लहराती आखें तब की
अलसाती सी ,गहराती आँखें अब की .

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