Monday, 25 August 2014

देश का चलना ,चलते रहना महत्वपूर्ण है ,सरकार तो देश चलाने के लिये होती है . ऐसा थोड़े ही होना चाहिये की सरकार आये,चली जाये ,हो सकता है सरकार किसी तरह चला ली जाये ,देश ज्यों का त्यों ,खड़ा का खड़ा ,आपरेशन थियेटर में अडसठ साल से बेहोश पड़ा. देश चला ही नहीं ,चलता ही नहीं ,इसे चलाया ही नहीं गया .

यदि ऐसा हो रहा है तो इसे बदलना ही होगा .

नये लोगों को आ जाने दो . 

No comments:

Post a Comment