झूठ ,फरेब , दुश्मनी ,ईर्ष्या ,भ्रष्टाचार ,व्यभिचार आदि को पहचानेगा तो वही ना जो इन सभी से पूर्व परिचित हो. किताबों में पढ़ कर तो इन्हें जाना समझा नहीं जा सकता .
सरल सहज व्यक्तित्व इन सब को सही सही समझ -जान नहीं पाता और इन सब का सहज शिकार हो जाता है .
सरल सहज व्यक्तित्व इन सब को सही सही समझ -जान नहीं पाता और इन सब का सहज शिकार हो जाता है .
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