Judicial discussion by R . K . Rateria
Friday, 16 May 2014
मौन रह कर भी बहुत कुछ कहा जा सकता है . लोग कम शब्दों या बिना शब्दों के संवाद को भी बखूबी समझते हैं .मौन को समझने वाले अधिक हैं ,मौन संवाद करने वाले कम .
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