Friday, 4 April 2014

मुझे एक विषय बना लो
मैं तुम्हारा आश्रय बन जाऊंगा

मुझे विषय का शीर्षक बना लो
मैं प्रस्तावना -उपसंहार सब बन जाऊंगा .

मुझे एक विषय बना लो
तुम शोधार्थी ,मैं शोध -तुम्हारी खोज बन जाऊंगा .

मुझे बस किनारा बना लो
तुम बनो जलधार ,मैं नदी बना सागर तक ले जाऊंगा

मुझे बस सुगंध बना लो
मै तुम्हीं में बसूं,तुम्हारी बन तुम्हारी कीर्ति अनंत तक ले जाऊंगा

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