Wednesday, 16 April 2014

कॉरपोरेट लॉयर
यह लीगल सर्विसेज का उभरता हुआ फील्ड है। कॉरपोरेट लॉयर्स की जरूरत कंपनीज के लीगल डिपार्टमेंट में होती है। यहां जूनियर कॉरपोरेट लॉयर के रूप में आपको कॉन्ट्रैक्ट्स की ड्रॉफ्टिंग, फाइल की तैयारी, मेमोरेंडम तैयार करना, सिक्योरिटी डिस्क्लोजर स्टेटमेंट्स तैयार करना होता है। इसके अलावा, लेबर इश्यू, एम्प्लॉयीज राइट्स, अमैल्गमेशन, स्पि्लट से रिलेटेड वर्क भी इन्हींके जिम्मे होता है। बड़े बिजनेस हाउसेज और गवर्नमेंट डिपार्टमेंट को भी कई जटिल कानूनी मामलों का सामना करना पड़ता है। इन्हें हल करने के लिए
कॉरपोरेट लॉयर्स की मांग बढ़ रही है। इनका कार्य कंपनी के संचालन में कानूनी नियमों का पालन सुनिश्चित करना, कंपनी से जुड़े मुकदमों की पैरवी आदि करना होता है। अगर संक्षेप में कहें, तो इनके कार्य को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है। पहला, बिजनेस से संबंधित लीगर इश्यू के बारे में सलाह देना। दूसरा, सभी कॉन्ट्रैक्ट्स और उससे संबंधित डॉक्यूमेंट्स की ड्रॉफ्टिंग। तीसरा, लॉ और रेगुलेशन का अनुपालन करना। हालांकि कॉरपोरेट लॉयर्स एक से अधिक एरिया में स्पेशलाइज्ड हो सकते हैं, जैसे- टैक्स लॉ, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट आदि।

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