Monday, 21 April 2014

मैं नये सपने गढ़ने में लगा हूँ
मेरे सपने , मेरे देखने के लिये
मेरे सपने,तुम्हारे खेलने के लिये
मेरे सपने,तुम्हारे तोड़ने के लिये .
यह सिलसिला अनंत है , चलेगा
मेरा यूँ हर बार सपना गढ़ना
मेरा यूँ हर बार सपना देखना
तुम्हारा यूँ हर बार सपनों से खेलना
तुम्हारा  यूँ हर बार सपना तोडना
फिर भी सपनों का गढ़ना चालू है
नयी चादर का बुनना चालू है
मैं नये सपने गढ़ने में लगा हूँ
मेरे सपने , मेरे देखने के लिये

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