Thursday, 17 April 2014

आज की हंसी , कल क्या होगा कौन जाने
आज उगता सूरज ,दिन भर की कौन जाने .
साँझ आ ही गई तो क्या ,कल की कौन जाने
आज की हंसी , कल क्या होगा कौन जाने

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