रुकना यहाँ भी नहीं , मैं भी रोकूँ तब भी नहीं , आगे बढ़ , आगे लक्ष्य और भी हैं .
पर हाँ ,गिडगिडाना मत ,झुकना अब भी नहीं , मैं भी कहूँ तब भी नहीं ,तुम्हारा दोष ही क्या है .
इस दुनिया के आगे भी और भी दुनिया है. आगे बढ़ ,बढ़ता चल .
पर हाँ ,गिडगिडाना मत ,झुकना अब भी नहीं , मैं भी कहूँ तब भी नहीं ,तुम्हारा दोष ही क्या है .
इस दुनिया के आगे भी और भी दुनिया है. आगे बढ़ ,बढ़ता चल .
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