Saturday, 29 March 2014

न्यायाधीश लिखते पढ़ते ही अच्छे ,दीखते ,दिखाते ,मिलते मिलाते नहीं .न्यायाधीश लिख के ही बोले  अच्छे ,बोल कर न बोले सो ही सही . न्यायाधीश हाँ या ना में ही बोले ,ऐसा होना चाहिये में नहीं .न्यायाधीश एकसार बोले ,समझदार बोले यही अपेक्षा है .
As sober as a Judge

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