Saturday, 14 September 2013

एक हत्यारे के साथ न्याय करने के लिये या किसी हत को न्याय देने के लिये यदि समाज को एक दूसरी हत्या की अनुमति देनी पड़ती है तो उस न्याय व्यवस्था की उपादेयता के बारे में हमें दुबारा बार बार सोचना चाहिये- कब तक आप कानून की अनुमति की आड़ में अपना पशुत्व प्रदर्शित करते रहेंगें।

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