Saturday, 26 July 2014

रमेश दद्दू  ! वाह पापा , , क्या मस्त जगह लाये हो , मजा आ गया !!!!
मेरे एक मित्र जब अपने चार साल के बच्चे के साथ मेरे घर आये और मैंने उनके बेल बजाने पर दरवाजा खोला तो उनका चार साल का बच्चा मुझे देख एकाएक बोल उठा।
 मैं धन्य हुआ. .
चार पीढ़ियां हुई , निबाहते हुए। 

No comments:

Post a Comment