दरवाजा छोटा था , कद बड़ा
न कोई अंदर आ सका
न कोई बाहर आया।
अटक गई बात यहीं।
खिड़की ऊँची थी , कद छोटा
न कोई इधर झाँका
न कोई उधर ताका
अटक गई बात यहीं।
झुका कर या झुक कर
उचक कर उचका कर
रास्ता निकल सकता था।
अटक गई बात यहीं।
आया , जाया जा सकता था
ताका -झाँका जा सकता था।
रास्ता निकल लेते तो।
बात अटकती नहीं।
न कोई अंदर आ सका
न कोई बाहर आया।
अटक गई बात यहीं।
खिड़की ऊँची थी , कद छोटा
न कोई इधर झाँका
न कोई उधर ताका
अटक गई बात यहीं।
झुका कर या झुक कर
उचक कर उचका कर
रास्ता निकल सकता था।
अटक गई बात यहीं।
आया , जाया जा सकता था
ताका -झाँका जा सकता था।
रास्ता निकल लेते तो।
बात अटकती नहीं।
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