इक्कीसवी सदी के नौजवानो , अधिकारीयों , व्यापारियो ,वैज्ञानिकों ,विद्वानों -जैसे कल तक की पुरानी पीढ़ियां निभी हैं ,गुजरी है ,जीयी है ,,प्लीज अब आगे वैसे मत जीना,एक साँस भी नहीं,एक कदम भी नहीं , बस बहुत हुआ -अब और धोखा अपने आप से नहीं --
प्लीज,जिस राह मैं चला ,जैसे मैं चला- वैसे मत चलना।
भगवान न करे,मेरी तरह किसी को चलना,जलना, गलना पड़े।
प्लीज,जिस राह मैं चला ,जैसे मैं चला- वैसे मत चलना।
भगवान न करे,मेरी तरह किसी को चलना,जलना, गलना पड़े।
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