रौशनी चलती है
रौशनी देखती है
यह साँस भी लेती है
रौशनी के भी अरमान होते है
सपने होते हैं
अपने होते है
ऐसा नहीं है कि रौशनी थकती नहीं
निराश नहीं होती
बस इतना सा है
रौशनी कभी मरती नहीं
जीती चली जाती है
तब भी जब लगभग सब कुछ मर चुका होता है
जहाँ कुछ भी नहीं रह जाता
वहाँ भी उम्मीद रहती है
रौशनी रह ही जाती है
बस दुबारा उम्मीद जगाती है
रौशनी देखती है
यह साँस भी लेती है
रौशनी के भी अरमान होते है
सपने होते हैं
अपने होते है
ऐसा नहीं है कि रौशनी थकती नहीं
निराश नहीं होती
बस इतना सा है
रौशनी कभी मरती नहीं
जीती चली जाती है
तब भी जब लगभग सब कुछ मर चुका होता है
जहाँ कुछ भी नहीं रह जाता
वहाँ भी उम्मीद रहती है
रौशनी रह ही जाती है
बस दुबारा उम्मीद जगाती है
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