पाप क्या है, शायद हम सब नहीं जानते, पर हम सारे भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में ही सिखाये गये थे कि सरकारी टैक्स, संम्पत्ति की चोरी पाप नहीं है, और आज भी उस ग्यान को,उसी बात का अक्षरशः पालन कर रहै हैं----यदि कोइ नहीं करता दिखता है तो सारा परिवार, महल्ला उसकी खिल्ली उड़ाता है, साथी रिश्तेदार झक्की-शक्की कहते है----- अंग्रेजौं के जमाने में हमारे नेताओं ने हमें सरकार के प्रति अवग्या सिखाई थी, आज भी हम उसी पर कायम हैं, सरकारी काम निष्ठा से करने वाले अधिकारी उपहास के पात्र बन जाते हैं, समज उनके साथ खड़ा नहीं होता।
सरकार से चोरी, बेइमानी- चोरी बेइमानी न भवति
सरकार से चोरी, बेइमानी- चोरी बेइमानी न भवति
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