Friday, 23 January 2015

अच्छी बात है  कि आपके कुछ प्रतिद्वंदी हैं ,कुछ आपसे जलते हैं ,कुछ आपके दुश्मन भी है ,कोई आपसे घृणा भी करे तो भी अच्छी  बात है - वरना कोई किसी को नोट ही नहीं करता - आप हैं और प्रखरता से हैं ,आपका योग्य होना ,आपकी योग्यता ,आपके व्यक्तित्व ही आपको प्रतिद्वंदी - प्रतियोगी ,दुश्मन  के रूप में अभिन्न मित्र प्रदान करते है - ये ही आपको  पहचानते भी हैं ,आपको मांजते भी है , आपको छानते-बीनते है ,और अधिक प्रखर होने के लिये प्रेरित करते हैं ,और आगे बढ़ने को बाध्य करते हैं .सावधान करते हैं ,

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