Judicial discussion by R . K . Rateria
Sunday, 19 August 2018
बड़ा सोच बड़े सपने से खुद को पक्की तौर पर बांध लो, फिर देखो हाथ खुद ब खुद चलने लगते है, पैर दौड़ने लगेंगे, थकना भूल जाओगे, झुकने की जरूरत न रह जायेगी, बस एक पक्का इरादा, शुरू से आज तक ,अब ,अभी तक सफ़लता का जूनून।
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