तलवार, राजमुकुट, राजसिंहासन को हर समय गर्म खून चाहिये। ठंडा हुआ खून तो तलवार की धार, राजसिंहासन की धमक, राजमुकुट की चमक सब फीकी पड़ जाती है।
- सोने की चमक और मूल्य कभी भी कम नहीं पड़ती। सोना लोभ, लालच, आवश्यकता को उद्दीपन देता है, ज्ञात भी अज्ञात भी। राजा, प्रजा, कलाकार, योद्धा सब स्वर्णभिमुख होते है। धनोपार्जन-उत्पादन कला प्रवीण कभी राजा,तलवार आदि से आतंकित वस्तुतः नहीं होते बस आतताइयों से दूर रहना चाहते हैं।
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