Judicial discussion by R . K . Rateria
Tuesday, 10 June 2014
हर सत्य मौलिक ही हो जरूरी नहीं ,सत्य होना जरूरी है , मौलिक होना हर बार हर चीज के लिये हर समय न तो संभव है न जरूरी , हर बार हर चीज सत्य हो सकती है यदि हम अपनी बुद्धि से उसे दूषित न कर दें - बस हम आप मिल कर प्रदुषण न फैलावें
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment